मैं एक बच्चा हूँ जो अपने माँ-बाप से उतना ही प्यार करता है, जितना कोई भी कर सकता है। मैं एक यात्री हूँ जो अपनी मंजिल की तलाश में घर से निकला है। मैं एक लेखक हूँ जो शब्दों को सही जगह देने की कोशिश करता रहता है। मैं एक शापित मनुष्य हूँ जिसे अपने सपनों को हकीकत में बदलने का शाप मिला है...अपने बारे में फिलहाल इतना ही कह सकता हूँ....